ब्रह्मांड का आकार क्या है हमारे लिए इसकी एक सच्ची तस्वीर की कल्पना करना भी असंभव है. हम न केवल यह जानते हैं कि यह कितना बड़ा है, बल्कि हमारे लिए यह कल्पना करना भी कठिन है कि यह कितना बड़ा हो सकता है.

Solar System – सौरमंडल
अगर हम पृथ्वी से शुरू करते हैं और बाहर निकलते हैं, तो हम देखेंगे कि ऐसा क्यों है. पृथ्वी सौरमंडल का हिस्सा है, लेकिन इसका बहुत छोटा हिस्सा है. सौर मंडल में सूर्य, उसके चारों ओर चक्कर लगाने वाले ग्रह, छोटे-छोटे ग्रह क्षुद्रग्रह और उल्काएं शामिल हैं.
हमारे सौर मंडल में हमारा तारा, सूर्य, और गुरुत्वाकर्षण द्वारा इससे जुड़ी हर चीज शामिल है – ये ग्रह हैं बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून; प्लूटो जैसे बौने ग्रह; दर्जनों चंद्रमा; और लाखों क्षुद्रग्रह, धूमकेतु और उल्कापिंड.

Milky Way – आकाश गंगा
अब, हमारा यह पूरा सौर मंडल एक प्रणाली (system) का एक छोटा सा हिस्सा है. यह बहुत बड़ी प्रणाली है, जिसे “आकाशगंगा” कहा जाता है. एक आकाशगंगा कई लाख तारों से बनी है, जिनमें से कई हमारे सूर्य से बहुत बड़े हो सकते हैं, और उनके अपने सौर मंडल हो सकते हैं.
हमारे आकाश गंगा (Miky Way) में अरबों की संख्या में तारें और ग्रह मौजूद हैं. अभी तक जितने भी ग्रह खोजे गए हैं, वे सभी आकाशगंगा में मौजूद हैं. आकाशगंगा रहस्यों से भरी हुई है. इसमें धूल, ग्रह, तारें, उल्कापिंड तैर रहे हैं. आइए हम अपने आकाश गंगा के कुछ अनसुने रहस्यों के बारे में जानते हैं.
ये एक डिस्क की तरह है, जिसमें धूल, ग्रह और तारें मौजूद हैं. हमारा सौर मंडल आकाशगंगा के केंद्र से 26 हजार प्रकाशवर्ष दूर है. हमारा सौरमंडल पांच लाख मील प्रति घंटा की रफ्तार से घूम रहा है. इस रफ्तार से भी हमें आकाशगंगा का एक चक्कर लगाने में 25 करोड़ साल का वक्त लग जाएगा.
आकाशगंगा के बिल्कुल बीचों बीच एक विशालकाय ब्लैक होल है, जो हमारे सूरज के वजन से 40 लाख गुना ज्यादा वजनी है. ये गैस और धूल के पीछे छिपा हुआ है.

करीब चार अरब साल बाद हमारी आकाशगंगा अपने नजदीकी एंड्रोमेडा आकाशगंगा से टकरा जाएगी. वर्तमान समय में दोनों आकाशगंगाएं 2.5 मील प्रति घंटा की रफ्तार से एक दूसरे की ओर बढ़ रही हैं. जब ये दोनों टकराएंगी तो कुछ तारों को काफ़ी नुकसान पहुंचेगा.

हमारे आकाश गंगा में अरबो की संख्या में तारें में मौजूद हैं. इनमें से कुछ तारे काफी धीमी रोशनी वाले और कम वज़न वाले हैं. हमारा सूरज भी उन्हीं तारों में से एक है. वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारे आकाशगंगा में करीब 300 से लेकर 400 अरब तारें मौजूद हैं.
डार्क होल यानी अंधेरा हमारी आकाश गंगा में सबसे ज्यादा फैला हुआ है. ये हमारी आकाशगंगा से कहीं अधिक विशाल है. डार्क होल को हम पृथ्वी से भी साफ तौर पर देख सकते हैं.
हमारी आकाशगंगा उन सभी आकाशगंगाओं को निगल जाती है, जो इसके करीब आती हैं. काफी समय से वैज्ञानिकों ने ऐसे तारों का पता लगाया है, जिनकी आकाशगंगा को हमारी आकाशगंगा ने निगल लिया है.
हमारी आकाशगंगा बेहद ही गर्म गैस और काफी एनर्जी वाले पार्टिकल्स को बड़े पैमाने पर बुलबुले की तरह उड़ा रही है. ये बुलबुले आकाशगंगा के केंद्र से बाहर निकल रहे हैं और इनकी रफ्तार 20 लाख मील प्रति घंटा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि ये मृत तारों की वजह से बाहर निकल रहे हैं.
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Light Year – प्रकाश वर्ष
तो हम अपनी आकाशगंगा में जो तारे देखते हैं, जिन्हें हम “मिल्की वे” (Milky way) कहते हैं, वे सभी सूरज हैं. वे सभी इतनी दूर हैं कि उनकी दूरियां मील के बजाय प्रकाश वर्ष (Light Year) में मापी जाती हैं
एक प्रकाश वर्ष में लगभग 6,000,000,000,000 मील होता है.
पृथ्वी के सबसे निकट का चमकीला तारा अल्फा सेंटौरी है. क्या आपको पता है कि ये हमसे कितना दूर है? यह बहुत दूर है. लगभग 25,000,000,000,000 मील!
How Big Is The Milky Way? – आकाश गंगा कितना बड़ा है?
लेकिन हम अभी भी केवल अपनी आकाशगंगा के बारे में ही बात कर रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि इसकी चौड़ाई लगभग 100,000 प्रकाश वर्ष है. इसका मतलब है 100,000 x 6,000,000,000,000 मील! और हमारी आकाशगंगा अभी भी बड़े सिस्टम का एक छोटा सा हिस्सा है.
आकाशगंगा के बाहर शायद लाखों आकाशगंगाएँ हैं.
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